किसान भाइयों प्याज की खेती के लिए आपको विभिन्न प्रकार की किस्मे बाजार मे आसानी से मिल जाती है जिनसे आप बढ़िया मात्रा मे प्याज का उत्पादन प्राप्त कर सकते है लेकिन प्याज की कॉनसी किस्म आपके लिए बेहतर रहेगी नीचे हम आपको प्याज की कुछ किस्मे बता रहे है जिनकी जानकारी जानकार आप स्वयं प्याज की खेती Pyaj Ki Kheti के लिए प्याज की बेहतरीन किस्म का चयन कर सकते है |
किसान भाइयों प्याज भारत की एक प्रमुख फसल है तथा प्याज की खेती Pyaj Ki Kheti भारत मे वर्ष भर की जाती है भारत के सभी राज्यों मे प्याज की खेती की जाती है तथा बड़ी मात्रा मे प्याज का उत्पादन किया जाता है | भारत मे प्याज के भारी मात्रा मे उत्पादन होने से भारत सरकार हर साल प्याज का विदेशों मे निर्यात भी करती है |
क्या है इस आर्टिकल मे
प्याज की किस्मे Pyaj Ki Kheti
प्रो – 6 किस्म –
किसान भाइयों प्याज की बेहतरीन किस्मों मे से यह एक है | इस किस्म की प्याज के आकार की बात की जाए तो इस किस्म के प्याज सामान्य कद के, बड़े कद के, तथा लाल रंग के होते है ओर इस किस्म के प्याज के फसल चक्रण की बात करे तो यह फसल 120 यानी 4 महीने मे पूरी तरह पककर तैयार हो जाती है | इस किस्म की प्याज की खेती मे उत्पादन की बात करे तो प्रति एकड़ हमे 175 क्विंटल तक प्याज का उत्पादन प्राप्त हो जाता है | ओर किसान भाइयों इस किस्म की प्याज मे एक खास बात यह भी है की इस किस्म की प्याज लंबे समय तक खराब नहीं होती इसलिए हम इसका स्टोर भी कर सकते है |
पंजाब नरोया किस्म –
किसान भाइयों यह किस्म भी प्याज की बढ़िया किस्मों मे से एक है इस किस्म की प्याज का कद सामान्य होता है तथा इस किस्म की प्याज का रंग लाल होता है तथा इस किस्म के प्याज गोल गांठ वाले होते है | इस किस्म की प्याज की खेती मे फसल चक्रण मे 150 दिन का समय यानी लगभग 5 महीने का समय लगता है बात करे इस किस्म की प्याज की खेती मे उत्पादन की तो आपको प्रति एकड़ 150 क्विंटल तक प्याज का उत्पादन देखने को मिल जाता है |
प्याज की खरीब ऋतु तथा रबी ऋतु की प्रमुख किस्मे –
किसान भाइयों अगर आप खरीब ऋतु मे प्याज की खेती करते है तो आप NF-53 ओर Agrifound Dark Red किस्म की प्याज की बुआई करनी चाहिए |
रबी की ऋतु मे प्याज की किस्मे –
किसान भाइयों अगर आप रबी ऋतु मे प्याज की खेती करते है तो आपको Pusa Red, Pusa Ratnar, Agrifound Light Red, Pusa White Flate आदि किस्म की प्याज की खेती कर सकते है |
भूमि व जलवायु Pyaj Ki Kheti
किसान भाइयों प्याज की खेती के लिए सामान्यत: ऐसी जलवायु की आवश्यकता होती है जहा न तो ज्यादा गर्मी हो ओर न ही ज्यादा सर्दी हो लेकिन प्याज के कंद के विकास के लिए बड़े दिन तथा अच्छी धूप को उपयुक्त माना जाता है | किसान भाइयों वैसे तो प्याज की खेती हर किस्म की मिट्टी मे किया जा सकता है लेकिन सबसे उपयोगी मिट्टी की बात की जाए तो दोमट मिट्टी को प्याज की खेती के लिए सबसे उपयोगी माना गया है दोमट मिट्टी जल का निकास करने मे सहायक मानी जाती है |
खाद व उर्वरक की मात्रा –
किसान भाइयों प्याज की खेती मे अच्छी सड़ी हुई गोबर खाद 400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर खेत की तैयारी करते समय देनी चाहिए साथ ही प्रति हेक्टेयर 100 किलोग्राम नत्रजन, 50 kg फास्फोरस तथा पोटाश की पूरी मात्रा प्याज की रुपाई से पहले व जमीन की तैयारी करते समय जरूर देवे | आप नत्रजन की बची हुई मात्रा को फसल के एक से दो माह की होने जाने पर खड़ी फसल मे जरूर दे ताकि प्याज का अच्छे से विकास हो सके |
बुआई का समय –
किसान भाइयों अगर आप प्याज की खेती करके बम्पर उत्पादन प्याज का प्राप्त करना चाहते है तो आपको प्याज की नर्सरी तैयार करके ही प्याज की खेती करनी चाहिए ओर आप प्याज की खेती नर्सरी तैयार करके करते है तो आपको अक्टुबर से नवंबर महीने के मध्य प्याज की बुवाई करनी चाहिए इस समय पर बुवाई की गई प्याज जनवरी से फरवरी महीने के मध्य तक तैयार हो जाती है | नर्सरी मे प्याज की बुआई करने के लिए बीज को 2 से 3 सेंटीमीटर की गहराई तक बुवाई करनी चाहिए |
रुपाई कैसे करे –
किसान भाइयों प्याज की खेती करके बम्बर उत्पादन प्राप्त करने के लिए आपको प्याज की रुपाई करने के लिए पंक्तिया बनाकर प्याज की रुपाई करनी चाहिए तथा पंक्तियों के बीच उचित दूरी भी रखनी चाहिए | आपको प्याज के पौधे के मध्य लगभग 8 cm की दूरी बनानी चाहिए ताकि प्याज जमीन मे विकास कर सके तथा प्याज नीचे आपस मे जुड़े ना | आपको प्याज की रुपाई के लिए प्याज की पौध को 15 सेमी तक उगाकर रुपाई करनी चाहिए |
प्रति एक बज की मात्रा Pyaj Ki Kheti
किसान भाइयों प्याज की खेती के लिए आपको प्रति एकड़ बीज 4 से 5 kg की मात्रा मे उपयोग मे लेना चाहिए | प्याज की पौध को आद्र गलन बीमारी से बहाने के लिए प्याज के बीज को थिरम 2 ग्राम ओर बेनोमाईल 50 wp 1 ग्राम दवा का प्रति लीटर पनि लेकर प्रति किलोग्राम बीज लेकर बीज को उपचारित करते रहना चाहिए | इस प्रक्रिया द्वारा प्याज की फसल को मिट्टी मे होने वाले रोगों व किटाणुओ से आसानी से बचाया जा सकता है |
सिंचाई कब व कैसे करे –
प्याज की बुआई या रुपाई के समय तथा 2 से 3 दिन बाद हल्की सिंचाई फसल की जरूर करे बाद मे नियमित रूप से 8 से 10 दिन के अंतराल पर फसल की सिंचाई करते रहे | फसल के तैयार होने पर प्याज की ऊपरी परत पर पत्ते पीले होकर टूटने लगते है तो उस समय आपको सिंचाई बंद कर देनी चाहिए |
खरपतवार पर नियंत्रण कैसे करे –
किसान भाइयों प्याज की खेती करके अच्छी मात्रा मे पैदावार प्राप्त करने के लिए आपको प्याज खरपतवार पर नियंत्रण पाना जरूरी है क्युकी खरपतवार पर नियंत्रण नहीं करने से फसल मे कीटो द्वारा अनेक रोग पैदा हो जाते है ओर यह रोग फसल को काफी नुकसान भी पहुचाते है | जिससे फसल के उत्पादन पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है | फसल मे खरपतवार पर नियंत्रण पाने के लिए आपको फसल की समय समय पर निराई व गुड़ाई करते रहना चाहिए ताकि खरपतवार पर नियंत्रण पाया जा सके |
प्याज फसल के प्रमुख रोग –
किसान भाइयों प्याज की फसल मे कई रोग उत्पन्न होते है जैसे पौध गलन रोग, पर्पल लीफ ब्लोच, जड़ सडन रोग, अंगमारी रोग आदि प्याज की फसल के प्रमुख रोग है यह रोग प्याज के कंद को विकास करने मे काफी कठिनाई उत्पन्न करते है ओर फसल को काफी नुकसान भी पहुचाते है |
इन रोगों से फसल को बचाने के लिए समय – समय पर कीटनाशक दवाइयों तथा कृत्रिम व रासायनिक खाद का उपयोग करना चाहिए जिससे फसल को इन रोगों से बचाया जा सके |
खुदाई का समय –
किसान भाइयों प्याज की खुदाई प्याज की रुपाई से 4 से 5 महीने बाद की जाती है 5 महीने के अंदर प्याज की फसल पूरी तरह से पककर खुदाई के लिए तैयार हो जाती है | प्याज की फसल पकी ह या नहीं इक पता आप प्याज की फसल के पत्ते को देखकर कर सकते है अगर प्याज फसल के पत्ते पीले हो जाए तो समझ जाइए प्याज की फसल खुदाई के लिए तैयार हो चुकी है ओर पत्ते पीले नहीं हुए है तो अभी फसल को पकने मे समय है | प्याज की खुदाई करने से 10 से 15 दिन पहले आपको सिंचाई बंद कर देनी चाहिए |
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प्रति हेक्टेयर उत्पादन –
किसान भाइयों प्याज की खेती मे उत्पादन प्याज की किस्म के हिसाब से होता है | प्याज की खेती मे सामान्यत: प्रति हेक्टेयर 250 से 400 क्विंटल उत्पादन प्राप्त कर सकते है | ओर प्याज की खेती मे आप अच्छा मुनाफा भी कमा सकते है | किसान भाइयों अगर प्याज की खुदाई करने के दिनों मे प्याज के दाम मंडियों मे बाजारों मे कम हो तो आप 3 से 4 महीने बाद तक जब प्याज का भाव अच्छा मिलने लगे तब भी आप अपनी प्याज की फसल को मंडियों मे या सब्जी बाजारों मे बेच सकते है ओर अच्छा मुनाफा प्याज की खेती से कमा सकते है |
तो किसान भाइयों यह था हमारा आज का प्याज की खेती Pyaj Ki Kheti कैसे करे का लेख | उम्मीद करता हु आपको यह लेख पसंद आया होगा | इसे अपने किसान भाइयों के साथ शेयर जरूर कीजिए | कोई भी सवाल हो तो आप हमे कमेन्ट कर सकते है | लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद |
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