Jamin Vivad Hone Per Shikayat Patra – दोस्तों जैसा की आप सभी को मालूम ही होगा जमीनी विवाद कोई बड़ी बात नहीं है सालों से चले आ रहा यह प्रकरण अभी भी ऐसे ही चल रहा है। दो भाई जमीन का बटवारा करते समय विवाद खड़ा कर देते है। दो व्यक्ति की जमीन पास पास मे हो तो वह थोड़े से टुकड़े पर अपना कब्जा जमाने के लिए विवाद खड़ा कर देते है। कुछ दबंग लोग गरीब, असहाय लोगों के खेतों पर जमीनो पर कब्जा कर लेते है ओर यह भी एक विवाद का बड़ा कारण बन जाता है।
आज के इस लेख मे हम आपको बताएंगे की अगर आपका भी किसी के साथ जमीनी विवाद हुआ है तो आप किस प्रकार से Jamin Vivad Hone Per Shikayat Patra लिख सकते है जिससे आप इस विवाद को खत्म कर सको ओर आपको हो रही परेशानी से आपको छुटकारा भी मिल सके तो इस लेख को अंत तक जरूर पढे।
क्या है इस आर्टिकल मे
जमीनी विवाद की शिकायत Highlights –
आर्टिकल का नाम | जमीन का विवाद होने पर शिकायत कैसे करे ? |
उद्देश्य | पीड़ितों को शिकायत दर्ज करवाने के बारे मे जानकारी प्रदान करना |
लाभार्थी | समस्त जमीन विवाद से पीड़ित व्यक्ति |
प्रोसेस | ऑफलाइन |
भाषा | हिन्दी |
शिकायत पत्र क्यों लिखा जाता है –
दोस्तों बहुत बार अतिक्रमणकारी लोग गरीब ओर असहाय लोगों की जमीनो पर कब्जा कर लेते है लोगों के बार बार मना करने के बाद भी वह उनकी जमीन से अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं होते है ओर विवाद खड़ा कर देते है ऐसे मे मजबूर होकर कई व्यक्तियों को Jamin Vivad Hone Per Shikayat Patra अतिक्रमण हटवाने के लिए नजदीकी विभाग या पुलिस थाने मे शिकायत पत्र लिखकर रिपोर्ट करवाकर अतिक्रमण को हटवाने की मांग की जाती है ताकि जमीनी विवाद को खत्म किया जा सके।
शिकायत पत्र मे महत्वपूर्ण बाते –
दोस्तों अगर कोई दबंग व्यक्ति या अतिक्रमणकारी लोग आपकी जमीन कर अतिक्रमण कर लेते है तो आपको उस अतिक्रमण को हटाने के लिए उनसे बात करनी पड़ती है अगर वो आपकी बात नहीं मानते है ओर आपकी जमीन से अतिक्रमण नहीं हटाते है तो ऐसी स्थिति मे आपको पुलिस थाने मे या संबंधित नजदीकी विभाग मे एक शिकायत पत्र लिखना होता है जिससे आपकी समस्या का जल्द समाधान हो सके।
शिकायत पत्र मे लिखी जाने वाली महत्वपूर्ण बाते –
- दोस्तों Jamin Vivad Hone Per Shikayat Patra मे आपको सबसे पहले आप जिस विभाग को यह शिकायत पत्र लिख रहे हो उस विभाग का नाम सबसे ऊपर लिखना होता है।
- शिकायत पत्र मे शिकायत करने वाले व्यक्ति को अपना नाम ओर पता भी लिखना होता है।
- जिस विवादित स्थान का आप शिकायत पत्र लिख रहे है उस विवादित स्थान का पूरा विवरण आपको शिकायत पत्र मे कम से कम शब्दों मे लिखना पड़ता है।
- विवादित स्थान की खसरा संख्या आपके पास है तो वह भी शिकायत पत्र मे जरूर लिखे।
- विवादित जमीन की कागज रजिस्ट्री आदि की फोटूकॉपी शिकायत पत्र के साथ जोड़े।
- जिस व्यक्ति के खिलाफ आप शिकायत पत्र लिख रहे है उस व्यक्ति की जानकारी शिकायत पत्र मे लिखे।
- जिस दिन आपकी जमीन विवाद मे बदले उस दिन की दिनांक जरूर शिकायत पत्र मे डाले।
Jamin Vivad Hone Per Shikayat Patra –
सेवा मे,
श्रीमान (जिस विभाग मे शिकायत लिख रहे है उस अधिकारी के पद का नाम)
शहर (जिला) राज्य
विषय – (शिकायत की जानकारी)
महोदय –
सविनय निवेदन है की मे (अपना नाम, पता व स्थान लिखे) का निवासी हु| पिछले कुछ दिनों से कुछ लोगों ने मेरी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है (अतिक्रमण करने वाले लोगों का नाम ओर पता) हमारे बार-बार समझाने के बाद भी यह लोग अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं है। यह मेरा वह जमीन है जहा पर इन लोगों ने अतिक्रमण किया है ( विवादित जमीन का पता )
अत: श्रीमान जी से निवेदन है की मेरी जमीन पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जाए ओर मेरी जमीन से अतिक्रमण को हटाया जाए। जिसके लिए मे सदेव आपका आभारी रहूँगा।
धन्यवाद।
आपका विश्वासी ( अपना नाम लिखे ) –
पता ( अपना पता लिखे ) –
दिनांक ( शिकायत पत्र लिखने की दिनांक ) –
हस्ताक्षर ( अपने हस्ताक्षर करे )
जमीन पर कब्जा करने पर शिकायत कैसे करे –
सेवा मे,
श्रीमान अनुमंडल पदाधिकारी महोदय
शहर (जिले का नाम)
विषय – जमीनी विवाद के संबंध मे
महोदय जी,
नम्र निवेदन है की मेरा नाम आलोक कुमार S/O श्री रमेश कुमार है। मे जयपुर का एक स्थाई निवासी हु। श्रीमान जी मे आपको अवगत करवाना चाहता हु की मेरे शहर के कुछ दबंग लोगों मे मेरी जमीन पर अपना अतिक्रमण कर लिया है। मेरे काफी बार उन्हे समझाने के बावजूद भी वह इस अतिक्रमण को हटाने के लिए तैयार नहीं है। इन दबंगों मे मेरी जमीन पर अपना निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है मेरे मना करने ओर समझाने के बावजूद। हमारे समझाइस करने पर हमारे साथ बुरा ओर अभद्र व्यवहार दबंगों द्वारा किया जाता है। ओर हमारी जमीन पर बिना किसी संकोच के निर्माण कार्य किया जा रहा है।
अत: श्रीमान जी से निवेदन है की इस दबंगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए ओर हमारी जमीन से इस अतिक्रमण को हटाया जाए। इसके लिए हम आपके सदेव आभारी रहेंगे।
धन्यवाद।
आलोक कुमार
जयपुर ( राजस्थान )
दिनांक ( शिकायत पत्र लिखने वाले दिन की दिनांक )
यह भी पढे –
- तहसीलदार को आवेदन पत्र कैसे लिखे ?
- छुट्टी लेने के लिए आवेदन पत्र कैसे लिखे ?
- डुप्लिकेट मार्कशीट के लिए एप्लीकेशन ?
जमीन विवाद होने के प्रमुख कारण – शिकायत पत्र
दोस्तों जमीन का विवाद होना कोई बड़ी बात नहीं है। गांवों मे शहरों मे या बाजारों मे अतिक्रमण कब्जे जैसी समस्या आपको देश के हर एक क्षेत्र मे देखने को मिल जाएगी। आम जनता इन विवादों से काफी परेशान हो चुकी है ओर इन विवादों से दूर रहना पसंद करती है लेकिन यह विवादो की दुनिया आपबीती हो जाए तो आम इंसान क्या करे।
- दरअसल जमीनी विवाद दो पक्षों मे होता है जब दोनो पक्ष की जमीन एक साथ हो यानि दोनों पक्षों की जमीन की सीमा एक ही हो।
- ऐसे एक ही सीमा की जमीन का जब बटवारा किया जाता है तब दोनों पक्षों मे छोटे से जमीन के टुकड़े को लेकर भी विवाद हो जाता है।
- कई बार विवाद का कारण यह भी होता है की दोनों पक्षों के पास जमीन के कागज नहीं होते ओर दोनों पक्ष अपने अपने हिसाब से जमीन खुद की होने का दावा करने लगते है तो ऐसी स्तिथि मे भी विवाद होना संभव है।
- दोस्तों कई बार दोनों पक्षों की जमीन को लेकर नियत खराब भी हो जाती है वह एक दूसरे की जमीन पर जितना कब्जा किया जा सके उतनी पूरी कोशिश करते है।
- कई बार दबंग पक्ष साधारण व्यक्ति को पैसे का लालच देकर उसकी जमीन पर कब्जा कर लेता है तो कई बार सामने वाला व्यक्ति कमजोर हो तो उसकी जमीन पर ऐसे ही कब्जा करने लग जाते है।
- तो इस प्रकार से जमीन विवाद होने के कई प्रमुख कारण है।
Jamin Vivad Hone Per Shikayat Patra FAQs –
अगर दोस्तों आपके भी किसी जमीन का विवाद चल रहा है ओर आप पुलिस थाने मे शिकायत पत्र लिखना चाहते है तो आप ऊपर इस आर्टिकल मे पुलिस थाने मे शिकायत पत्र कैसे लिखते है यह देख सकते है।
अगर दोस्तों आपकी जमीन पर या किसी सरकारी जमीन पर कोई व्यक्ति विशेष अतिक्रमण कर लेता है ओर आप उसे हटवाना चाहते है तो इसके लिए आपको एक पुलिस थाने मे शिकायत पत्र लिखकर देना होगा जिसके बाद पुलिस प्रसाशन द्वारा अतिक्रमण को हटाया जाएगा। शिकायत पत्र कैसे लिखते है यह आप इस आर्टिकल मे ऊपर पढ़ सकते है।
अतिक्रमण हटवाने के लिए तहसीलदार जी को एप्लीकेशन लिखना चाहते है तो इस आर्टिकल को पूरा पढे। अतिक्रमण हटवाने के लिए तहसीलदार जी को एप्लिकेशन कैसे लिखते है यह ऊपर आर्टिकल मे बताया गया है।
सीओ को एप्लिकेशन कैसे लिखते है इसकी जानकारी ऊपर पोस्ट मे बताई गई है जिसके अनुसार आप भी CO को Application लिख सकते है।
निष्कर्ष :- दोस्तों ऊपर हमने आपको Jamin Vivad Hone Per Shikayat Patra लिखने तरीका बताया है अगर आपके साथ भी कोई ऐसी घटना घटित होती है तो आप ऊपर बताए गए शिकायत पत्रों के अनुसार शिकायत पत्र लिख सकते है। तो दोस्तों जमीनी विवाद होने पर शिकायत पत्र लिखने की जानकारी आपको पसंद आई होगी इसे अपने मित्रों के साथ शेयर जरूर कीजिए ओर इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी सवाल अगर आपके मन मे है तो नीचे कमेन्ट बॉक्स मे कमेन्ट करके पुछ सकते है। इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।
8 thoughts on “जमीन विवाद पर शिकायत पत्र कैसे लिखे | Jamin Vivad Hone Per Shikayat Patra Kiase Likhe”