इलायची की खेती कैसे करे | ELAICHI KI KHETI KAISE KARE |

इलायची की खेती कहा कहा होती है | इलायची की खेती करने का सही समय क्या है | इलायची की खेती केसे की जाती है | इलायची की खेती कितने प्रकार की होती है | इलायची केसे उगाई जाती है | ELAICHI KI KHETI |

ELAICHI KI KHETI

भारत में इलायची की खेती ELAICHI KI KHETI के प्रति किसानो का आकर्षण बढ़ रहा है तथा इलायची भारतीय मसालों में से सबसे महंगे मसालों में अपना प्रथम स्थान रखती है तथा इसके कम उत्पादन के साथ ही बाजारों में इसकी ज्यादा मांग है और किसानो को अच्छा खासा मुनाफा इलायची की खेती से मिल जाता है| भारतीय मसालों के तकनिकी संस्थानों के निरंतर प्रयासों ने इलायची की उत्पदान क्षमता को पुरी तरह से बदल कर रख दिया है |

इलायची का वैज्ञानिक नाम –

ELETTARIA CARDAMOMUM ( ELAICHI ) है |

इलायची की खेती की प्रक्रिया ELAICHI KI KHETI

वर्तमान समय में कृषि को आधुनिक व्यवसाय के तोर पर अपनाया जा रहा है | वर्तमान समय में भारत के युवा किसान अच्छे खासे दाम व उत्पादन वाली फसल की और आकर्षित हो रहा है और इन फसलो को उगाकर अच्छा खासा मुनाफा भी कमा रहा है | 

इलायची की खेती खेती ELAICHI KI KHETI

इलायची की खेती के लिए ज्यादा तापमान होना चाहिए या कहे तो अच्छी धुप का होना जरुरी है तथा साथ ही पानी की मात्रा भी अन्य फसलो की तुलना में अधिक होनी चाहिए | इलायची केले की प्रजाति का पोधा है और इसे काफी आसानी के साथ उगाया बजी जा सकता है | इलायची का पोधा हमेशा हरा भरा रहता है तथा बात करे इलायची के पोधे की उचाई की तो यह अधिकतम 10 फिट की उचाई तक भी हो सकता है | इलायची का पोधा लगभग 4 वर्ष लेता है फल देने में | इलायची का पोधा अदरक के पोधे के समान ही दिखाई देता है। इसमें गुछे के रूप में इलायची के दानेदार फल लगते है |

आवश्यक जलवायु और मिटटी

इलायची की खेती के लिए काली मिटटी या दोमट मिटटी को आवश्यक मन जाता है| इलायची की खेती के लिए मिटटी का PH मान 4.5 से 7.02 तक होना चाहिए| उच्च धुप तथा अत्यधिक बारिश की जरुरत वाले स्थानों पर इलायची की खेती आसानी से की जा सकती है| इलायची की खेती के लिए अधिकतम व न्यूनतम तापमान – न्यूनतम में 10 डिग्री  और अधिकतम में 35 डिग्री तक होना चाहिए |

सिंचाई प्रक्रिया

इलायची की खेती में किसान मोसम से हिसाब से सिंचाई कर सकता है लेकिन इस खेती में किसान को सिंचाई का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है क्योकि इलायची का पोधा सदेव हर भरा रहता है | आप हर हफ्ते मे इलायची के पौधे की 2 से 3 बार सिंचाई जरूर कीजिए ताकि इलायची का पौधा हरा-भरा रह सके ऑस इलायची का अच्छा उत्पादन भी आपको प्राप्त हो सके |

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इलायची का पोधा केसे उगाये

इलायची के पोधे को उगाने के लिए आप पुराने इलायची के पोधे की जडो में आपको छोटे छोटे कुपल देखने को मिल जायेंगे आप उन कुपल को पोधे से अलग करके आसानी से उगा सकते हो याद रखना आप इलायची के दाने से या उसे फोड़कर अंदर से छोटे छोटे इलायची के दानो से पोधा नही उगा सकते हो क्युकी उन इलायची के दानो को कच्ची अवस्था में ही तोड़ लिया जाता है| इसलिए आप पुराने इलायची के पोधे के माध्यम से नया इलायची का पोधा लगा सकते हो |

खेती के लिए उचित समय

  • इलायची का पोधा हमेशा बारिश के मोसम से लगभग एक महिना पहले लगाये जेसे की जून या जुलाई |
  • आप इलायची की तुड़ाई जुलाई से दिसम्बर तक कर सकते है |
  • दोस्तों इलायची दो प्रकार की होती है छोटी इलायची व बड़ी इलायची |

इलायची का सबसे ज्यादा उत्पादन ELAICHI KI KHETI

  • छोटी इलायची के उत्पादन में भारत विश्व में दूसरा स्थान रखता है |
  • भारत में इलायची का सर्वाधिक उत्पादन केरल कर्नाटक व तमिलनाडु में होता है |
  • दोस्तों भारत मे इलायची का बढ़िया उत्पादन प्रतिवर्ष होता है लेकिन इलायची के दाम बाजार मे काफी ज्यादा है इसलिए इसकी मांग बाजार मे आवश्यकता अनुसार ही बनी रहती है |
  • भारत सरकार इलायची का दूसरे देशों के साथ निर्यात भी करती है |

इलायची की खेती के लिए मिट्टी और आवश्यक तापमान

किसान साथियों इलायची की खेती के लिए दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। यह खेती करने के लिए लेटेराइट और काली मिट्टी को भी काम मे लिया जा सकता है। इलायची के खेतों मे जल निकास की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। इलायची को रेतीली मिट्टी पर नहीं लगाना चाहिए। इलायची की खेती के लिए 10 से 35 डिग्री तापमान अच्छा माना जाता है।

तो किसान साथियों यह थी इलायची की खेती ELAICHI KI KHETI की पूरी जानकारी | उम्मीद करता हु आपको यह जानकारी पसंद आई होगी | इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजिए | कोई भी सवाल हो तो आप हमे कमेन्ट कर सकते है | लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद |

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